एम ण् एड ण् पाठयक्रम के दौरान मेरे द्वारा श्री अमित गोयल के मार्ग दर्शन मे एक लघु शोध प्रबंध विषय प्त्प् ;परस्पर रेडियो संवाद कार्यक्रम द्धकार्यक्रम के क्रियान्वयन पर सतत निरीक्षण के प्रभाव का विश्लेषणात्मक अध्ययन ;उज्जैन एवं देवास जिले के संदर्भ मेद्धं किया गया।
पढाई समाप्त होने के बाद . मेरे द्वारा शिक्षक बनने का जो सपना देखा गया था उसको पुरा करने हेतु शासकीय नौकरी मिलने तक कॉलेज मे जन सहयोग मद से तथा अतिथी विद्वान के रूप मे निम्नंाकित कॉलेजो मे अपनी सेवाएॅ दि गयी
उसके बाद शासकिय सेवा मे मध्यप्रदेश शासन द्वारा संविदा नियुक्ति हेतु आवेदन मॅगाए गऐ जिसमे भौतिक विज्ञान की रिक्त दो सीटो ;ओण् बी ण्सी ण्द्ध मे से एक सीट पर मेरिट के आधार पर जिला पंचायत देवास द्वारा मुझे संविदा शाला शिक्षक वर्ग . 1 के पद पर नियुक्ति प्रदान की गयी। इस प्रकार मुझे शासकिय सेवा मे कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ ।
क्रंमाकसंस्था का नामनियुक्ति दिंनाकआदेश क्रंमाकजाति ध्वर्गविषयकार्यमुक्त दिंनाक
इस प्रकार मेरे द्वारा उक्त संस्था मे कुल अवधि 11 वर्ष 11 दिनों तक संस्था एवं विद्यार्थी हित मे समर्पण भाव संे कार्य किया गया। इस दौरान मेरे विषय का परिक्षा परिणाम सदैव 85ः से ऊपर रहा साथ हि विद्यार्थीयो के सर्वांगिण विकास हेतू मैं सदैव तत्पर रहा।
मध्यप्रदेश शासन द्वारा मॉडल स्कूल के नाम से विशिष्ट श्रेणी के विद्यालय 2011 . 2012 से प्रारंभ किये गये जो कि विशेष चयनित शिक्षक एवं विद्यार्थीयो हेतु गुणवत्तायुक्त शिक्षा का उदेशय लेकर चल रहे थे। मुझे भी उक्त विद्यालय मे साक्षात्कार के माध्यम से कार्य करनंे का अवसर प्राप्त हुआ। जो मेरे सपनों को उडान भरने जेसा था।
क्रंमाकसंस्था का नामनियुक्ति दिंनाकआदेश क्रंमाकजाति ध्वर्गविषयअध्यापन कक्षा
1ण्मॉडल विद्यालय देवास14ण्06ण्20143233घ् 13ण्06ण्2014पिण्वर्गभौतिक9 वी से 12 वी
प्रारंभ मे यह विद्यालय नवीन भवन बालगढ देवास मे निर्माण होने तक उत्कृष्ट विद्यालय देवास मे हि संचालित हो रहा था। इस प्रकार मेरंे द्वारा मॉडल स्कुल को नवीन भवन मे स्थानंातरीत होने तक उत्कृष्ट विद्यालय देवास मे हि अध्यापन कार्य एवं अन्य शैक्षणिक कार्य स्ंायुक्त रूप से संचालित इन दोनों विद्यालयो के किये गये। जिससे मेरे आत्मविश्वाास मे वृद्वि के साथ साथ नित नए कार्य सिखने के भरपूर अवसर प्राचार्य श्रीमति चन्दªावती जाधव मेडम के मार्गदर्शन में प्राप्त होते गए।
उधर मॉडल स्कुल देेवास का नवीन भवन बनकर तैयार हो गया था । अतः वरिष्ठ कार्यालय के निर्देशानुसार मुझे मेरे 02 नियमित स्टॉफ सदस्य एवं 06 अतिथि शिक्षकों के साथ 267 विद्यार्थीयांे के साथ नए भवन मे दिंनाक 23ण्08ण्2016 से जाने का अवसर प्राप्त हुआ । कहने को तो यह नवीन भवन था किंतु कई सारे कार्य जैसे विद्युत फिटिगं एडैªनेज लाइन ए पानी की व्यवस्था ए फर्नीचर ए बाउॅडरी वाल ए सहित कई स्कूल संचालन हेतू आवश्यक सुविधाओ का अभाव था । इस विकट परिस्थितियों मे मुझंे स्कुल के नाम के अनुुरूप उसे स्थापित करने के लिए नई चुनोतियो का सामना करना पडा। और यही से मेरे संघर्ष की शुरूवात हुई। जिसे मैेनें सहर्ष स्वीकार किया। दिन रात मेहनत करके विद्यालय को स्थापित करने मे समर्पण भाव से मेरे दो अन्य शिक्षको के साथ कार्य करते रहा परिणाम स्वरूप आज मॉडल स्कुल देवास जिले में अपनी अलग पहचान बनाने में सफल हुआ है।
चूंकि मैं ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी स्कूलो में पढा हुआ हूॅ । कक्षा 10 वी के बाद मुझे एक प्राईवेट स्कुल द्वारा यह कह कर प्रवेश से मना किया था कि हम सरकारी स्कूल मे अध्ययनरत विद्यार्थीयों को प्रवेश नही देते है। उसी दिन से मेरे मन में सरकारी शिक्षक बनकर प्राईवेट स्कूलों जैसी सुविधा जैसे कम शुल्क में गरीब एवं मेधावी वर्ग के विद्यार्थीयों को हिन्दी एवं अंग्रेजी माध्यम में देने का सपना पल्लवीत हुआ था ।
सपना जो साकार हुआ.मॉडल स्कूल आज जिले मे अपनी उत्कृष्ट पहचान रखता है । जो सपना मॉडल स्कुल का देखा था। आज वो पूरा होता नजर आ रहा है। शहर की आबादी से दूर शांत बालगढ चौराहे पर स्थित यह शाला बरबस ही लोगो का ध्यान अपनी ओर खीच लेती हैै। वह चाहे शाला की संुदरता हो या शाला मे चलने वाले शैक्षणिक क्रिया. कलाप या शाला मे चलने वाली अन्य पाठ्र्योत्तर गतिविधि। शाला मे जब कोई अतिथि प्रार्थना सभा मे उपस्थित होता है तो अनुशासन के साथ कतार बद्व लाईन मे आते बच्चे एवं संगीत की सुमधुर ध्वनि के साथ एकलयए एकताल मे जब बच्चे राष्ट्रगान एराष्ट्रगीत और गुरूवंदना गाते हैएया अन्य कोई प्रस्तुति देते हैए तो आगंतुक का ह्रदय सहज ही यहॉ के वतावरण से प्रफुल्लित हो जाता है। इस सफलता का एक सहज मंत्र है मॉडल स्कूल एक स्कूल नही वरन एक परिवार है। सभी शिक्षक साथियो का प्रेम ए सहयोग की भावना अपने कर्तव्यो के प्रति सजगता ए तथा मिलकर योजना बनाकर कार्य करना व तत्पर रहना शाला की सफलता का मूलमंत्र है । शुरूआत के दिनो मे जब यह शाला उत्कृष्ट विद्यालय से अलग हूई थी। तब मुझे अनेक समस्याओंए चुनौतियांे का सामना करना पडा था। मात्र तीन शिक्षको के सतत् त्यागए तपस्याएसमर्पण की नीव पर यह शाला खडी की गई थी जो आज उत्तरोत्तर विकास की ओर अग्रसर है।
कालंातर में विषय शिक्षकों की पूर्ति हुई । मेरे प्रभार के लगभग एक वर्ष बाद नियमित प्राचार्य के रूप मे श्री अनिल सोंलकी संस्था में दिंनाक 02ण्08ण्2017 को संस्था में ज्वाईन हुएंे किंतु उनके द्वारा भी मेरे द्वारा किये जा रहे कार्यो को करने में सहयोग प्रदान किया ।आज यह शाला विगत 5 वर्षांे से शत प्रतिशत परीक्षा परिणाम दे रही है तथा भविष्य के लक्ष्य को लेकर चल रही है। शाला में सह शैक्षणिक गतिविधियों का नियमित संचालन हों रहा है।इसके साथ ही शिक्षकों द्वारा अपने विषय शिक्षण में नवाचार के माध्यम से शैक्षणिक गतिविधि कराई जाती है। सीण्सीण्एलण्ईण् की कक्षा हो या जीवन कौशल की कक्षाए पुस्तकालय हो या प्रयोगशालाए कम्प्युटर शिक्षा हो या योग शिक्षाए खेल हो या अन्यशैक्षणिक गतिविधियॉ सभी समयानुसार चलती है।शाला के विद्यार्थी राष्ट्रीय स्तर तक खेलते है।विज्ञान में इंस्पायर अवार्ड में शाला के विद्यार्थी का चयन होता है। मॉडल स्कूल बच्चों में लेखन के प्रति रूचि जागृत करने तथा विद्याार्थीयों को अपनी अभिव्यक्ति के लिए अवसर प्रदान करती है। शायद यही कारण है।कि पालको का विश्वास शाला की ओर बढा है तथा पालको के साथ पारिवारिक संबंध स्थापित हुआ है। मॉडल स्कूल से शासन की अपेक्षा भी अन्य विद्यालय से अपेक्षाकृत बढी है इस हेतु सभी सहयोगी साथियांे तथा प्राचार्य को साधुवाद देना चाहुंगा कि वे शाला के उत्तरोत्तर विकास के लिए प्रतिबद्व है एवं कार्य योजना बनाकर कार्य पूूर्ण करवाते है। एक नई सोचए एक नये चिंतनए नव निर्माण के लिए सभी का धन्यवाद।
COMPLETE BUSINESS DETAILS
VIKAS
BUSINESS DETAIL
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विभागिय अन्य शैक्षणिक कार्य
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मेरे द्वारा माॅडल स्कूल देेवास में अपने विषय के अध्यापन के अतिरिक्त विभाग के वरिष्ठ कार्यालय के आदेशानुसार अन्य विभागिय शैक्षणिक कार्य पूर्ण लगन,निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ निर्वहन किये गए। जो कुछ इस प्रकार है --
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स्ंा क्रकार्य का नाम आदेश क्रमांकदिंनाकस्थानस्तरभूमिका
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1इन्स्पायर अवार्ड470720.09.2012संेट मेरी काॅन्वेंट स्कुल,उज्जैनराज्य स्तरसहयोगी शिक्षक
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2विज्ञान माॅडल डिस्प्लें481113.08.2014शास . उत्कृष्ट विद्यालय देवासजिला स्तरकक्ष प्रभारी
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3छात्र प्रोत्साहन योजना56404.07.2015लाल मंडी भोपालराज्य स्तरसहयोगी शिक्षक
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4विज्ञान माॅडल डिस्प्लें388708.09.2015शास . उत्कृष्ट विद्यालय देवासजिला स्तरकक्ष प्रभारी
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5 विज्ञान सेमिनार66725.08.2015पी . जी . बी . टी ,देवासजोन स्तरमार्गदर्शी शिक्षक
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6उपचारात्मक शिक्षण शिविर21013.01.2017माॅडल स्कूल देवासजिला स्तरनोडल अधिकारी
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7.विज्ञान प्रर्दशनी42404.02.2017माॅडल स्कूल देवासविकासखण्ड स्तरकार्यक्रम प्रभारी
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8.जनजातीय कार्यविभाग छात्रावास कोंचिग1060626.10.2017बालक एवं कन्या उत्कृष्ट छात्रावास ,देवासजिला स्तरअध्यापन कार्य
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9.जनजातीय कार्यविभाग छात्रावास कोंचिग346429.08.2018बालक उत्कृष्ट छात्रावास ,देवासजिला स्तरशिक्षक
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10.जनजातीय कार्यविभाग छात्रावास कोंचिग2020बालक उत्कृष्ट छात्रावास ,देवासजिला स्तरशिक्षक
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11.दस्तावेज सत्यापन कार्य196523.03.2021शा.माॅडल स्कूल देवासजिला स्तरसहयोगी सदस्य
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12.मास्टर ट्रेनर्स392824.11.2020आॅनलाइन जिला स्तरविषय का प्रषिक्षण
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इनके अतिरिक्त बोर्ड परीक्षा केन्दªाध्यक्ष,बोर्ड प्रायोगिक परीक्षा तथा बोर्ड उत्तरपुस्तिका कें मुल्यांकन का कार्य प्रतिवर्ष वरिष्ठ कार्यालय के आदेशानुसार समय सीमा में किया जाता है।
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उपलब्धियाॅ
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1. विशेष पुरस्कार -
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मुझे शिक्षा विभाग एवं माॅडल स्कूल देवास में किये गए कार्यो के फलस्वरूप समय समय पर अनेक शासकीय तथा अशासकीय संस्थानों द्वारा पुरस्कृत किया गया ।जों कुछ इस प्रकार है।
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स. क्र.पुरस्कार दातापुरस्कार का नामवर्षस्थान
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1.नगर पालिक निगम, देवासउत्कृष्ट शिक्षक सम्मान2017देवास
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2.रोटरी क्लब ,देवासराष्ट्र निर्माण सम्मान2017देवास
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3.एम . आई .टी काॅलेज गु्रप ,उज्जैन उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान2017उज्जैन
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4.पत्रिका समाचार पत्र उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान2018इन्दौर
मेरें द्वारा प्रतिवर्ष विज्ञान विषय में आयोजित गतिविधियों में सक्रिय रूप सें विद्यार्थियों के साथ सहभागीता कि गई । जो कुछ इस प्रकार हैें -
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स. क्र.पुरस्कार दातापुरस्कार का नामवर्षस्तरस्थान
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1मध्यप्रदेश विज्ञान एवं तकनीकी संस्थान ,भोपाल
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विज्ञान मंथन यात्रा , अहमदाबाद 2008राज्य स्तरभोपाल
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2मध्यप्रदेश विज्ञान एवं तकनीकी संस्थान ,भोपालविज्ञान मंथन यात्रा पुणे ,बेंगलूूरू2010राज्य स्तरभोपाल
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3विज्ञान एवं प्रौद्यौगिकी मंत्रालय, भारत सरकार
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इंस्पायर अवार्ड विज्ञान प्रदर्शनी2012राज्य स्तरउज्जैन
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4मध्यप्रदेश विज्ञान एवं तकनीकी संस्थान,भोपाल
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विज्ञान मेला2013संभाग स्तर उज्जैन
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5राज्य विज्ञान शिक्षा संस्थान , जबलपुर
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पश्चिम भारत विज्ञान मेला2014राज्य स्तरजबलपुर
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6विज्ञान एवं प्रौद्यौगिकी मंत्रालय , भारत सरकार
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22 वाॅ विज्ञान मेला छब्ैब्2014जिला स्तरदेवास
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7राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान , देवास
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विज्ञान मेला2014जिला स्तरदेवास
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8राज्य विज्ञान शिक्षा संस्थान , जबलपुर
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विज्ञान गणित एवं पर्यावरण प्रदर्शनी2015राज्य स्तरजबलपुर
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9विज्ञान एवं प्रौद्यौगिकी मंत्रालय , भारत सरकार
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25 वाॅ विज्ञान मेला छब्ैब्2017जिला स्तरदेवास
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10विज्ञान एवं प्रौद्यौगिकी मंत्रालय , भारत सरकार
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इंस्पायर अवार्ड विज्ञान प्रदर्शनी2018राज्य स्तरइन्दौर
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11म.प्र. राज्य जैव विविधता बोर्डजैव विविधता क्विज़2020राज्य स्तरआॅनलाइन
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12विज्ञान एवं प्रौद्यौगिकी मंत्रालय , भारत सरकार
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28 वाॅ विज्ञान मेला छब्ैब्2020राज्य स्तरआॅनलाइन विडियो प्रस्तुतिकरण
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13म.प्र. विज्ञान एवं तकनीकी संस्थान भोपालविज्ञान मंथन यात्रा2021राज्य स्तरआॅनलाइन
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14न्च्.ब्ैज् (उत्तर प्रदेष) फनप्र वद ठंेपब च्ीलेपबे2021राज्य स्तर आॅनलाइन
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15म.प्र. विज्ञान सभा भोपालषुन्य परछाई दिवस कार्यषाला28.05.2021राज्य स्तरआॅनलाइन
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4. विद्यार्थियों की सहभागिता में योगदान -
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मेरे द्वारा विज्ञान विषय के अतिरिक्त अन्य दूसरे क्षेत्रों में भी विद्यार्थियों को सहभागिता कराई गई जो कुछ इस प्रकार है।
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स. क्र.आयोजनकर्ताप््रातियोगिता का नाम वर्षस्तरस्थान
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1गायत्रीतीर्थ शक्ति पीठ , हरिद्वार
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संस्कृति ज्ञान परीक्षा2016माॅडल स्कूल देवासदेवास
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2टाटा बिल्ड्रिंग इंडियानिबंध प्रतियोगिता2017माॅडल स्कूल देवासदेवास
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3नेहरू युवा कंेन्दª , देवास
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भाषण प्रतियोगिता2018माॅडल स्कूल देवासदेवास
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4मध्य प्रदेश उर्जा विकास निगम लिमिटेड
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चित्रकला प्रतियोगिता2018माॅडल स्कूल देवासदेवास
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5नेहरू युवा कंेन्दª , देवास
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निबंध प्रतियोगिता2019माॅडल स्कूल देवासदेवास
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6शिक्षा और साक्षरता मंत्रालय भारत सरकारराष्ट्रीय कला उत्सव2020राज्य स्तरआॅनलाइन (चित्रकला मुर्तिकला)
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7संस्था की सांस्कृतिक एवं साहित्यिक समितिम.प्र. स्थापना दिवस01.11.2020संस्था स्तरआॅनलाइन
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8संस्था की सांस्कृतिक एवं साहित्यिक समितिमहात्मा गांधी जयंती02 अक्टुबर 2020संस्था स्तरआॅनलाइन
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9संस्था की सांस्कृतिक एवं साहित्यिक समितिविष्व पर्यावरण दिवस एवं पत्रिका विमोचन कार्यकृम07.06.2021संस्था स्तरआॅनलाइन
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परीक्षा परिणाम -
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विगत पाॅच वर्षो में मेरे विषय का परीक्षा परिणाम 100ः रहा है। मेने संस्था में पूर्ण अनुशासन तथा बिना किसी दीर्घ अवकाश के अपना अध्यापन कार्य निरंतर जारी रखा है।
जीवन परिचय
नाम . श्री विकास महाजन
पिता का नाम . श्री रमेश महाजन
माता का नाम . श्री मति बेबी बाई महाजन
जन्म . 16.08.1978
जन्म स्थान . ग्राम बंभाडा तहसील एवं जिला बुरहानपुर ; म ण्प्र द्ध
मेरा सपना . आदर्ष षिक्षक बनकर समाज कि सेवा करना
2ण् शिक्षा .
प्रारंभिक शिक्षा .
प्ररंभिक शिक्षा ;कक्षा 1 से 8 द्ध गॉव के शासकिय प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालय मे मराठी माध्यम मे सम्पन्न हुई।
उच्च माध्यमिक शिक्षा .
कक्षा 9 से 11 वी तक कि शिक्षा हिन्दी माध्यम मे गांॅव से 7 कि ण् मी दूर शाहपूर के शासकिय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मे सम्पन्न हुई ।
कक्षा 12 वी ;गणित संकायद्ध गांव से 18 किण् मी दूर बुरहानपुर के शासकिय सुभाष उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मंे सम्पन्न हूई ।
महाविद्यालयीन शिक्षा .
स्नातक स्तर ;बी ण् एस ण् सी द्ध कि शिक्षा बुरहानपूर के सैफी गोल्डन जूबली कादरीया कॉलेज मे सम्पन्न हूई।
स्नातकोत्तर स्तर ; एम ण्एस ण् सी भौतिक विज्ञानद्ध कि शिक्षा खण्डवा के एस ण् एन ण् कॉलेज ; स्वशासी द्ध मे सम्पन्न हुई।
म्गंउ ैबीववस ध् ब्वससमहम ठवंतक ध्न्दपअमतेपजल ल्मंते डंतो क्पअपेपवद
ग् जी ळवअजण् भ्ण्ै ैबीववस ैींीचनत ण्डण्च् डण्च् ठवंतक ठीवचंस 1993ण्94 479ध्650 त्र 74ः थ्पतेज
ग्प्प् जी ळवअजण् ैनइींेी भ्ण्ै ैबीववस ठनतींदचनत डण्च् डण्च् ठवंतक ठीवचंस
1995ण्96 288ध्450त्र64ः थ्पतेज
ठण्ैबण्यडंजीेद्ध ैण्ळ ण्श्र ण्फण् ब्वससमहम ठनतींदचनत डण्च् क्ण्।ण्टण्ट ए प्दकवतम 1998ण्99 995ध्1650त्र60ण्4ः थ्पतेज
डण्ैबण्यच्ीलेपबेद्ध ैण्छ ब्वससमहम ज्ञींदकूं डण्च् क्ण्।ण्टण्ट ए प्दकवतम 2000ण्01 811ध्1200त्र67ण्6ः थ्पतेज
विशेष . स्नातक कक्षा मे प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण होने वाला ग्रामीण क्षेत्र से मैं कॉलेज का प्रथम विद्यार्थी रहा हॅू।
व्यवसायिक शिक्षा
बी ण् एड ण् पाठयक्रम उज्जैन के अशासकीय लोकमान्य तिलक शिक्षा महाविद्यालय से सम्पन्न किया।
एम ण् एड ण्पाठयक्रम सेवा मे रहते हुए उज्जैन के शासकीय शिक्षा महाविद्यालय से सम्पन्न किया।
म्गंउ ैबीववस ध् ब्वससमहम ठवंतक ध्न्दपअमतेपजल ल्मंते डंतो क्पअपेपवद
ठण्म्कण् स्ण्ज् म्क्न्ब्।ज्प्व्छ ब्व्स्स्म्ळम् ए न्श्रश्र।प्छ डण्च् टप्ज्ञत्।ड न्छप्टम्त्ैप्ज्ल्ए न्श्रश्र।प्छ 2001ण्2002 798ध्1000त्र79ण्8ः थ्प्त्ैज्
डण्म्क्ण् ळव्टज्ण्ब्व्स्स्म्ळम् व्थ् म्क्न्ब्।ज्प्व्छए न्श्रश्र।प्छ डण्च् टप्ज्ञत्।ड न्छप्टम्त्ैप्ज्ल्ए न्श्रश्र।प्छ 2011ण्2012 588ध्800त्र73ण्5ः थ्प्त्ैज्
एम ण् एड ण् पाठयक्रम के दौरान मेरे द्वारा श्री अमित गोयल के मार्ग दर्शन मे एक लघु शोध प्रबंध विषय प्त्प् ;परस्पर रेडियो संवाद कार्यक्रम द्धकार्यक्रम के क्रियान्वयन पर सतत निरीक्षण के प्रभाव का विश्लेषणात्मक अध्ययन ;उज्जैन एवं देवास जिले के संदर्भ मेद्धं किया गया।
पढाई समाप्त होने के बाद . मेरे द्वारा शिक्षक बनने का जो सपना देखा गया था उसको पुरा करने हेतु शासकीय नौकरी मिलने तक कॉलेज मे जन सहयोग मद से तथा अतिथी विद्वान के रूप मे निम्नंाकित कॉलेजो मे अपनी सेवाएॅ दि गयी
च्व्ैज् भ्म्स्क् छ।डम् व्थ् ज्भ्म् प्छैज्प्न्ज्म् च्म्त्प्व्क् ब्स्।ैैम्ै ज्व्न्ळभ्ज् ैन्ठश्रम्ब्ज्
1ण्।ैैप्ज्ण् च्त्व्थ् ण्य जनसहयांेगद्ध ळव्टज्ण् ळण्क्ण् ब्व्स्स्म्ळम्एक्म्ॅ।ै 01ण्08ण्2002 ज्व् 25ण्09ण्2002 ठण्ैब्ण् च्भ्ल्ैप्ब्ै
2ण्।ैैप्ज्ण्च्त्व्थ्ण्यळन्म्ैज् थ्।ब्न्स्ज्ल्द्ध ळव्टज्ण् ब्व्स्स्म्ळम् डम्भ्प्क्च्न्त् एक्प्ैज्ण् न्श्रश्र।प्छ 17ण्10ण्2002 ज्व् 17ण्02ण्2003 ठण्ैब्ण् च्भ्ल्ैप्ब्ै
उसके बाद शासकिय सेवा मे मध्यप्रदेश शासन द्वारा संविदा नियुक्ति हेतु आवेदन मॅगाए गऐ जिसमे भौतिक विज्ञान की रिक्त दो सीटो ;ओण् बी ण्सी ण्द्ध मे से एक सीट पर मेरिट के आधार पर जिला पंचायत देवास द्वारा मुझे संविदा शाला शिक्षक वर्ग . 1 के पद पर नियुक्ति प्रदान की गयी। इस प्रकार मुझे शासकिय सेवा मे कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ ।
क्रंमाक संस्था का नाम नियुक्ति दिंनाक आदेश क्रंमाक जाति ध्वर्ग विषय कार्यमुक्त दिंनाक
1ण् शाण्उण्माण्वि नेवरी 02ण्06ण्2003 3070घ् 28ण्05ण्2003 पिछडा वर्ग भौतिक 13ण्06ण्2014
इस प्रकार मेरे द्वारा उक्त संस्था मे कुल अवधि 11 वर्ष 11 दिनों तक संस्था एवं विद्यार्थी हित मे समर्पण भाव संे कार्य किया गया। इस दौरान मेरे विषय का परिक्षा परिणाम सदैव 85ः से ऊपर रहा साथ हि विद्यार्थीयो के सर्वांगिण विकास हेतू मैं सदैव तत्पर रहा।
मध्यप्रदेश शासन द्वारा मॉडल स्कूल के नाम से विशिष्ट श्रेणी के विद्यालय 2011 . 2012 से प्रारंभ किये गये जो कि विशेष चयनित शिक्षक एवं विद्यार्थीयो हेतु गुणवत्तायुक्त शिक्षा का उदेशय लेकर चल रहे थे। मुझे भी उक्त विद्यालय मे साक्षात्कार के माध्यम से कार्य करनंे का अवसर प्राप्त हुआ। जो मेरे सपनों को उडान भरने जेसा था।
क्रंमाक संस्था का नाम नियुक्ति दिंनाक आदेश क्रंमाक जाति ध्वर्ग विषय अध्यापन कक्षा
1ण् मॉडल विद्यालय देवास 14ण्06ण्2014 3233घ् 13ण्06ण्2014 पिण्वर्ग भौतिक 9 वी से 12 वी
प्रारंभ मे यह विद्यालय नवीन भवन बालगढ देवास मे निर्माण होने तक उत्कृष्ट विद्यालय देवास मे हि संचालित हो रहा था। इस प्रकार मेरंे द्वारा मॉडल स्कुल को नवीन भवन मे स्थानंातरीत होने तक उत्कृष्ट विद्यालय देवास मे हि अध्यापन कार्य एवं अन्य शैक्षणिक कार्य स्ंायुक्त रूप से संचालित इन दोनों विद्यालयो के किये गये। जिससे मेरे आत्मविश्वाास मे वृद्वि के साथ साथ नित नए कार्य सिखने के भरपूर अवसर प्राचार्य श्रीमति चन्दªावती जाधव मेडम के मार्गदर्शन में प्राप्त होते गए।
उधर मॉडल स्कुल देेवास का नवीन भवन बनकर तैयार हो गया था । अतः वरिष्ठ कार्यालय के निर्देशानुसार मुझे मेरे 02 नियमित स्टॉफ सदस्य एवं 06 अतिथि शिक्षकों के साथ 267 विद्यार्थीयांे के साथ नए भवन मे दिंनाक 23ण्08ण्2016 से जाने का अवसर प्राप्त हुआ । कहने को तो यह नवीन भवन था किंतु कई सारे कार्य जैसे विद्युत फिटिगं एडैªनेज लाइन ए पानी की व्यवस्था ए फर्नीचर ए बाउॅडरी वाल ए सहित कई स्कूल संचालन हेतू आवश्यक सुविधाओ का अभाव था । इस विकट परिस्थितियों मे मुझंे स्कुल के नाम के अनुुरूप उसे स्थापित करने के लिए नई चुनोतियो का सामना करना पडा। और यही से मेरे संघर्ष की शुरूवात हुई। जिसे मैेनें सहर्ष स्वीकार किया। दिन रात मेहनत करके विद्यालय को स्थापित करने मे समर्पण भाव से मेरे दो अन्य शिक्षको के साथ कार्य करते रहा परिणाम स्वरूप आज मॉडल स्कुल देवास जिले में अपनी अलग पहचान बनाने में सफल हुआ है।
चूंकि मैं ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी स्कूलो में पढा हुआ हूॅ । कक्षा 10 वी के बाद मुझे एक प्राईवेट स्कुल द्वारा यह कह कर प्रवेश से मना किया था कि हम सरकारी स्कूल मे अध्ययनरत विद्यार्थीयों को प्रवेश नही देते है। उसी दिन से मेरे मन में सरकारी शिक्षक बनकर प्राईवेट स्कूलों जैसी सुविधा जैसे कम शुल्क में गरीब एवं मेधावी वर्ग के विद्यार्थीयों को हिन्दी एवं अंग्रेजी माध्यम में देने का सपना पल्लवीत हुआ था ।
सपना जो साकार हुआ.मॉडल स्कूल आज जिले मे अपनी उत्कृष्ट पहचान रखता है । जो सपना मॉडल स्कुल का देखा था। आज वो पूरा होता नजर आ रहा है। शहर की आबादी से दूर शांत बालगढ चौराहे पर स्थित यह शाला बरबस ही लोगो का ध्यान अपनी ओर खीच लेती हैै। वह चाहे शाला की संुदरता हो या शाला मे चलने वाले शैक्षणिक क्रिया. कलाप या शाला मे चलने वाली अन्य पाठ्र्योत्तर गतिविधि। शाला मे जब कोई अतिथि प्रार्थना सभा मे उपस्थित होता है तो अनुशासन के साथ कतार बद्व लाईन मे आते बच्चे एवं संगीत की सुमधुर ध्वनि के साथ एकलयए एकताल मे जब बच्चे राष्ट्रगान एराष्ट्रगीत और गुरूवंदना गाते हैएया अन्य कोई प्रस्तुति देते हैए तो आगंतुक का ह्रदय सहज ही यहॉ के वतावरण से प्रफुल्लित हो जाता है। इस सफलता का एक सहज मंत्र है मॉडल स्कूल एक स्कूल नही वरन एक परिवार है। सभी शिक्षक साथियो का प्रेम ए सहयोग की भावना अपने कर्तव्यो के प्रति सजगता ए तथा मिलकर योजना बनाकर कार्य करना व तत्पर रहना शाला की सफलता का मूलमंत्र है । शुरूआत के दिनो मे जब यह शाला उत्कृष्ट विद्यालय से अलग हूई थी। तब मुझे अनेक समस्याओंए चुनौतियांे का सामना करना पडा था। मात्र तीन शिक्षको के सतत् त्यागए तपस्याएसमर्पण की नीव पर यह शाला खडी की गई थी जो आज उत्तरोत्तर विकास की ओर अग्रसर है।
कालंातर में विषय शिक्षकों की पूर्ति हुई । मेरे प्रभार के लगभग एक वर्ष बाद नियमित प्राचार्य के रूप मे श्री अनिल सोंलकी संस्था में दिंनाक 02ण्08ण्2017 को संस्था में ज्वाईन हुएंे किंतु उनके द्वारा भी मेरे द्वारा किये जा रहे कार्यो को करने में सहयोग प्रदान किया ।आज यह शाला विगत 5 वर्षांे से शत प्रतिशत परीक्षा परिणाम दे रही है तथा भविष्य के लक्ष्य को लेकर चल रही है। शाला में सह शैक्षणिक गतिविधियों का नियमित संचालन हों रहा है।इसके साथ ही शिक्षकों द्वारा अपने विषय शिक्षण में नवाचार के माध्यम से शैक्षणिक गतिविधि कराई जाती है। सीण्सीण्एलण्ईण् की कक्षा हो या जीवन कौशल की कक्षाए पुस्तकालय हो या प्रयोगशालाए कम्प्युटर शिक्षा हो या योग शिक्षाए खेल हो या अन्यशैक्षणिक गतिविधियॉ सभी समयानुसार चलती है।शाला के विद्यार्थी राष्ट्रीय स्तर तक खेलते है।विज्ञान में इंस्पायर अवार्ड में शाला के विद्यार्थी का चयन होता है। मॉडल स्कूल बच्चों में लेखन के प्रति रूचि जागृत करने तथा विद्याार्थीयों को अपनी अभिव्यक्ति के लिए अवसर प्रदान करती है। शायद यही कारण है।कि पालको का विश्वास शाला की ओर बढा है तथा पालको के साथ पारिवारिक संबंध स्थापित हुआ है। मॉडल स्कूल से शासन की अपेक्षा भी अन्य विद्यालय से अपेक्षाकृत बढी है इस हेतु सभी सहयोगी साथियांे तथा प्राचार्य को साधुवाद देना चाहुंगा कि वे शाला के उत्तरोत्तर विकास के लिए प्रतिबद्व है एवं कार्य योजना बनाकर कार्य पूूर्ण करवाते है। एक नई सोचए एक नये चिंतनए नव निर्माण के लिए सभी का धन्यवाद।